मुझे है,काम ईश्वर से, जगत रूठे तो रूठन दे |
कुटुम्ब परिवार सुत दारा, माल धन लाज लोकन की |
हरि के भजन करने से, अगर छूटे तो छूटन दे || (१)
बैठ संगत में संतन की, करूँ कल्याण में अपना |
लोग दुनिया के भोगों में, मौज लूटे तो लूटन दे || (२)
प्रभु का ध्यान धरने की, लगी दिल में लगन मेरे |
प्रीत संसार-विषयों से, अगर टूटे तो टूटन दे ||(३)
धरी सिर पाप की मटकी, मेरे गुरुदेव ने झटकी |
वो "ब्रह्मानंद" ने पटकी, अगर फूटे तो फूटन दे ||(४)
जय श्री रामजी
सोमवार, 7 दिसंबर 2009
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बहुत सराहनीय प्रयास हैं आपका धन्यवाद
जवाब देंहटाएंNice.pranam
जवाब देंहटाएंअरे,मन,किस,फुला,हे
हटाएंबहुत बढ़िया जी,
जवाब देंहटाएंMuje h kam ishwar se lyrics
जवाब देंहटाएंmonu gehlot kabir bajan
जवाब देंहटाएंkabir bajan
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